दोस्तों अब तक मेरा लंड भी एकदम तनकर खड़ा हो गया था और में पूरे जोश में था, इसलिए मैंने बिना देर किए अब उसकी सलवार का नाड़ा खोलकर उसको एकदम नीचे सरका दिया और वो उसके लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी। अब वो पेंटी में मेरे सामने थी और में कोशिश करने लगा कि में कैसे भी करके अब उसका वो कुर्ता भी उतार दूँ, लेकिन उसने मुझे नहीं उतारने दिया। अब में उसकी पेंटी में अपना एक हाथ डालकर उसकी चूत को सहलाने लगा, जिसकी वजह से वो सिहर गई और मैंने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में डाल दिया। तब मैंने महसूस किया कि वो अब बहुत गीली हो गई थी और धीरे धीरे करके मैंने उसको बहुत समझाया, लेकिन वो थी कि मान ही नहीं रही थी, लेकिन में अब अपने पूरे जोश में था और अब मैंने उसको बिस्तर पर ज़ोर ज़बरदस्ती करके लेटा दिया और में उसके ऊपर चड़ गया, लेकिन वो तभी एकदम से उल्टा लेट गई। अब में क्या करता? फिर मैंने उसको उल्टा ही चोदने की बात सोची और मैंने उसको डॉगी स्टाइल में उल्टा ही दबा लिया और उसकी पेंटी को नीचे सरका दिया और उसकी चूत में अपनी ऊँगली को डालना शुरू कर दिया और तब मैंने छूकर महसूस किया कि उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी। अब में उसको उसी तरह से पकड़े रहा और अपने एक हाथ से अपनी पेंट को मैंने खोल दिया। उसके बाद अपने लंड को बाहर निकाला और उसकी चूत पर रगड़ रहा था, लेकिन वो कहती रही थी कि जीजा जी यह सब ग़लत है आप मुझे छोड़ दो। अब मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेद के ऊपर रखा और एक झटके में उसकी चूत के अंदर डाल दिया। थोड़ा सा ही लंड अंदर गया था कि वो एकदम से चिल्ला गई उफ्फ्फफ्फ्फ़ माँ में मर गई।
